समानार्थक शब्द
अज्ञेय , अज्ञानी - जिसको ज्ञान ना हो
अनभिज्ञ - जिसको अनुभव न हो
मूर्ख - जिसको ज्ञान देने पर भी ज्ञान प्राप्त नहीं हो
अज्ञात - जिसका ज्ञान ना हो किंतु जिसे जाना जा सकता है
अज्ञेय - जिससे जाना नहीं जा सके
अनुकंपा - किसी के दुख से दुखी होकर उसे पर की जाने वाली कृपा
अनुग्रह - अपने से छोटे पर प्रसन्न होकर उसकी कुछ भलाई करना
अनुभव - कर्मेंद्रिय द्वारा प्राप्त होने वाला ज्ञान
अनुभूति - अनुभव की तीव्रता से ज्ञानेंद्रिय द्वारा प्राप्त होने वाला आंतरिक ज्ञान
अध्ययन - किसी अन्य की ज्ञान को प्राप्त करना
असार - जिसमें ना तो कभी सार था और ने अब है
निसार - जिसमें पहले कभी सार था और अभी नहीं है
अशक्त - जिसमें कभी शक्ति रही ही नहीं हो
निश्शक्त - जिसमें कभी शक्ति रही हो अब चली गई हो
अधर्म - धर्म के विरुद्ध कार्य
अन्याय - न्याय के विरुद्ध कार्य /अत्याचार
अपराध - सामाजिक राजकीय नियमों का उल्लंघन
पाप - नैतिकता का उल्लंघन
अभियान - अपने आप की प्रतिष्ठा अधिक, दूसरों की प्रतिष्ठा कम समझना
अहंकार - अपने आप को झूठे ही बहुत अधिक समझना
दर्प / घमंड - हर स्थिति में अपने आप को बड़ा व दूसरों को हीन समझना
गौरव -अपने उचित कार्य का गुण कर समुचित श्रेष्ठता का भाव
गर्व - रूप, यौवन, धन्य, विद्या आदि के कारण अपने को दूसरों से बढ़कर समझने का भाव
अनुमोदन - किसी कार्यवाही या कथन पर सहमति
समर्थन - किसी के प्रस्ताव, विचार पर सहमति देना
स्वीकृति - किसी प्रस्ताव, प्रार्थना को उच्च अधिकारी द्वारा मंजूर किया जाना
संस्तुति - किसी के आवेदन, प्रार्थना को प्रदान की जाने वाली स्वीकृति
अग्रेषण - किसी के आवेदन प्रार्थना को उच्च अधिकारियों के पास विचार हेतु भेज देना
अच्छाई - किसी व्यक्ति, वस्तु में गुण
भलाई - किसी व्यक्ति के हित का कार्य
अधिवेशन - किसी संस्था का बड़ा सम्मेलन
बैठक - किसी संस्था की किसी समिति की थोड़े समय के लिए सभा
आपत्ती - अचानक आया संकट इसके निवारण का प्रयत्न किया जा सकता है
विपत्ति -भारी आपत्ति ,प्राकृतिक आपदा, जिसे बचाने का सहज उपाय ने हो
आधि -मस्तिष्क संबंधी बीमारी ,बेचैनी
व्याधि - शारीरिक बीमारी
अनिवार्य - जिसका निवारण न किया जा सके जिसके होने की बाध्यता हो
आवश्यक - जरूरी
अनुरोध - किसी कार्य को करने का प्रार्थना युक्त आग्रह
प्रार्थना - किसी कार्य को करने का अपने से बड़ों से निवेदन
आग्रह -कार्य करवाने के लिए अधिकार भाव से थोड़ी ज़िद के साथ निवेदन करना
अस्त्र - फेंक कर चलाए जाने वाली हथियार जैसे -तीर, भाला
शस्त्र - हाथ में रखकर चलाए जाने वाले हथियार जैसे तलवार
अवस्था - जीवन ,शरीर अथवा पदार्थ की कोई स्थिति बीमार की अवस्था
आयु - जीवन की पूरी अवधि
अनुराग - वस्तुओं के प्रति लगाव
स्नेह - बड़ों का छोटे की प्रति प्रेम
आसक्ति - किसी के प्रति विशेष मोह
प्रणय - स्त्री और पुरुष के बीच का प्रेम
प्रेम - छोटे-बड़े सबके प्रति लगाव
वात्सल्य - बड़ों का विशेष रूप से माता-पिता का छोटे बच्चों के प्रति प्रेम
अद्वितीय - जिसके समान दूसरा कोई न हो
अर्चना - फुल, दीप आदि से देवता की पूजा
पूजा - वस्तुओं के अतिरिक्त भाव के साथ ईश्वर की प्रार्थना
उपासना - इष्ट देव के सामने
अभिनंदन । एक समारोह में किसी का औपचारिक रूप से सम्मान
स्वागत - किसी आए हुए व्यक्ति का सम्मान
अमूल्य - जिसका कोई मूल्य न आंका जा सके, किसी भी मूल्य पर प्राप्त न किया जा सके
बहुमूल्य - जिसका बहुत मूल्य हो और वह मूल्य चूका कर प्राप्त की जा सकती हो
अभिलाषा - किसी को प्राप्त करने की हार्दिक इच्छा
इच्छा - किसी वस्तु को प्राप्त करने की साधारण चाह
आवश्यकता - पूरी हो सकने योग्य इच्छा
कामना - अच्छे भाव के इच्छा विषय की प्राप्ति की इच्छा
संकल्प - किसी कार्य को करने का दृढ़ निश्चय
अपमान - किसी की प्रतिष्ठा को साया ठेस पहुंचाना
अवमानना - अनायास किसी की प्रतिष्ठा की हानि
तिरस्कार - किसी वस्तु या व्यक्ति के सम्मान की अपेक्षा करना
अड़चन - अचानक आई बाधा
अवरोध - जानबूझकर खड़ी की गई बाधा, सुग्रीव ने सीता को तलाशने के लिए हनुमान को आज्ञा दी
आदेश - किसी कार्य को आवश्यक रूप से करने का हूक्म
आचार - व्यक्ति के चरित्र एवं चाल चलन संबंधी आचरण
व्यवहार - दूसरों के साथ किया जाने वाला आचरण
अनुमान - बौद्धिक तर्क द्वारा लिया गया निर्णय
प्राक्कलन - भविष्य में होने वाले व्यय के बारे में गणना के सहारे किया गया अनुमान
कलंक - समाज विरोधी आचरण करने पर लांछन
निंदा - किसी के कार्यों की बुराई करना
आशंका - किसी अनिष्ट के होने की या किसी अच्छे कार्य के नए होने की संभावना
संभावना - किसी अच्छे कार्य के होने की स्थिति
विश्वास - किसी पर भरोसा
अन्वेषण - पहले से विद्यमान किसी वस्तु की खोज
अनुसंधान - छानबीन कर किसी गुप्त नवीन रहस्य का पता लगाना
आविष्कार - एक नई अपूर्व वस्तु या सिद्धांत का निर्माण
आकार - किसी वस्तु का उसकी लंबाई चौड़ाई ऊंचाई से संबंधित रूप
रूप - किसी वस्तु की संपूर्ण आकृति जिसमें रंग आदि भी सम्मिलित होता है
आदरणीय - बड़ों के लिए आदर सूचक शब्द भाव, जिसे हम आदर करने योग्य समझते हैं
पूज्य / पूजनीय - जिनके प्रति अत्यंत आदर भाव हो
माननीय ,सम्माननीय - बड़ों की प्रति सामान्य आदर्श सूचक शब्द
आदि - प्राय एक या दो उदाहरण के बाद आदि का प्रयोग किया जाता है
इत्यादि - अधिक उदाहरणों के बाद इत्यादि का प्रयोग किया जाता है
आतंक - दुष्ट बलशाली द्वारा फैलाया गया भय
त्रास - किसी भी से उत्पन्न हुई बेचैनी
तटस्थ - किसी भी पक्ष की ओर से ना होना किंतु विवाद को सुलझाने में सक्रिय
आगामी - जो आने वाला है
भावी - जो होने वाला है
उदाहरण -किसी बात को समझने के लिए या अनुकरण करने के लिए प्रस्तुत की गई कोई स्थिति
दृष्टांत - किसी बात के प्रमाणीकरण के लिए वैसी ही किसी दूसरी स्थिति की प्रस्तुति
उद्देश्य - किसी लक्ष्य की ओर बनने की प्रवृत्ति
लक्ष्य - वह बिंदु जिस पर दृष्टि रखकर कार्य किया जाए
उपहार - बराबर वालों में सम्प्रेम आधार प्रदान की जाने वाली वस्तु
भेंट - बड़ों को दिया जाने वाला उपहार
कुख्यात - बुरे कार्यों के कारण जाना जाने वाला
ख्यात /विख्यात - अच्छे कार्यों के लिए प्रसिद्ध
उपकरण - किसी वस्तु के निर्माण हेतु यंत्र
उपयोग - किसी वस्तु के लाभ को जानने जानते हुए उसको काम में लेना
प्रयोग - किसी वस्तु के लाभ को पर रखने के लिए उसे काम में लेना या साधारण रूप से व्यवहार में लाना
कृपा - दूसरों के दुख निवारण हेतु साधारण प्रयत्न
दया - दूसरे के दुख निवारण हेतु संभावित इच्छा
किराया - मकान आदि को काम में लेने के बदले दी जाने वाली राशि
भाड़ा -परिवहन के बदले दी जाने वाली राशि
कष्ट - किसी अभाव या समर्थिता के कारण मानसिक या शारीरिक असुविधा
कंगाल - अत्यधिक गरीब जिससे भोजन के भी लाले पड़े
दीन - गरीबी के कारण दया पात्र
क्षेद - अपने या किसी अन्य की गलती का पर साधारण रूप से दुखी होना
पश्चाताप - स्वयं की गलती पर होने वाला गहरा दुख
शोक - किसी की मृत्यु अथवा बड़ी दुर्घटना से उत्पन्न हुआ दुख
दुख - साधारण मानसिक पीड़ा जिससे हमें शीघ्र छुटकारा पाना चाहते हैं
विषाद - अत्यधिक दुख से उत्पन्न किंकर्तव्यविमुढ की स्थिति
क्षोभ -किसी अवांछित स्थिति पर हुआ दुख ( काम न मिलने पर नवयुवको में बहुत क्षोभ है
कुशल - जो अपने कार्य में अपनी मानसिक एवं शारीरिक शक्तियों का सही उपयोग करता है और विशेष तकनीक से कार्य संपन्न करता है
दक्ष - जो अपने हाथ पांव से किए जाने वाले कार्य को बखूबी कर लेता है
निपुण - जिसने अपने प्रयत्नों से किसी कार्य को करने की पक्की तौर पर योग्यता प्राप्त की है
कर्तव्य - वह काम जिसको करने के लिए नैतिक अनिवार्यता हो
चेष्टा - किसी काम के लिए किया जाने वाला साधारण पर्यटन
प्रयास -सफलता की आशा में किया जाने वाला विशेष प्रयत्न
द्वेष - शत्रु के प्रति विरोध भाव
ईर्ष्या - दूसरों की प्रगति सहन ने कर पाने से उत्पन्न भाव
स्पर्धा - विकास में अन्य लोगों से आगे बढ़ाने की भावना
प्रतियोगिता - समान लक्ष्य को प्राप्त करने के लिए एक सामूहिक सहभागिता का कार्यक्रम
निर्देशक - किसी व्यवस्था के संबंध में निर्देश देने वाला अधिकारी
निरीक्षक - किसी व्यवस्था के देखभाल एवं जांच करने वाला
परीक्षक - किसी वस्तु के गुणवत्ता की जांच करने वाला
निधन - किसी महान, लोकप्रिय व्यक्ति की मृत्यु
मृत्यु - किसी सामान्य व्यक्ति का देहावसान
निंद्रा - गहरी नींद
तंद्रा - ऊँघना, जागने और सोने के बीच की स्थिति
पारितोषिक - किसी प्रतियोगिता में प्राप्त की गई विजय के कारण दिया गया उपहार
पुरस्कार - किसी व्यक्ति के श्रेष्ठ कार्य के कारण दिया जाने वाला उपहार
प्रणाम - अपनों से बड़ों को किया गया अभिवादन
नमस्कार - बराबर के लोगों के लिए अभिवादन
बड़ा - आकार सूचक
बहुत - मात्रा सूचक
मन - मन में संकल्प विकल्प के विचार चलते रहते हैं
चित - चित्र स्मरण विस्मरण में संलग्न रहता है
भक्ति - ईश्वर के प्रति प्रगाढ़ एवं स्थाई आस्था का भाव
श्रद्धा - किसी के गुणो के कारण उत्पन्न हुआ आदर भाव
महोदय - अपनों से बड़ों और अधिकारियों के लिए प्रयोग
महाशय - सामान्य सामान्य लोगों के लिए संबोधन
मंत्रणा - किसी मसले पर गुप्त व गहरा विचार विमर्श
परामर्श - किसी कार्य के संपादन हेतु आपसी बातचीत विचार विमर्श करके सलाह देना
यातना - शारीरिक आघात से उत्पन्न अनुभूति
यंत्रणा - मानसिक प्रतिकूलताओं से उत्पन्न गहरा दुख
ध्येय - जिस पर ध्यान रखकर काम किया जाए
लक्ष्य - जिस बिंदु पर दृष्टि रखकर कार्य किया जाए, निशान
विलाप - विरह अथवा शौक के कारण किया जाने वाला रुदन
प्रलाप - मानसिक संतुलन बिगड़ने से की जाने वाली निरर्थक बातें
भाष्य - किसी प्रकृति की विवेचनात्मक व्याख्या
भाषण - मौखिक व्याख्यान
अभिभाषण - लिखित भाषण
प्रवचन - धर्म उपदेश
युद्ध - दो सेनाओं के बीच की लड़ाई
लड़ाई - आम मनुष्य के बीच झगड़ा
संघर्ष - दो से अधिक व्यक्तियों का टकराव
पाखंड - बिना आस्था के सभी धार्मिक डोंग
आडंबर - अपनी किसी उपलब्धि गुण आदि का अवांछित दिखावा
दुर्लभ - कोई मूल्यवान वस्तु जिसका मिलना पाना कठिन हो
दुष्प्राप्य - कोई साधारण वस्तु जिसको प्राप्त करना कठिन हो
वध - किसी अत्याचारी को मारना
हत्या - किसी निरपराधी को मारना
गिला - थोड़ा नम
भीगा - पूरा गीला हुआ
फल - अपने कार्य के कारण मिला परिणाम
परिणाम - किसी भी कार्य का नतीजा जो कई परिस्थितियों के कारण होता है तथा उसमें व्यक्ति के कार्य का सम्मिलित होना जरूरी नहीं है
क्षति - किसी वस्तु के किसी भाग का नष्ट हो जाना ,किसी व्यक्ति का किसी संस्था से अलग हो जाना क्षति पहुंचाता है
हानि - किसी वस्तु को खो देने, नष्ट हो जाने से हुआ नुकसान
मकान - ईंट पत्थर आदि से बने हुआ आवास स्थल
घर - परिजनों का समूह जिनके साथ जीवन यापन किया जाता है ,मकान बनाया जाता है किराए पर लिया जाता है, घर बसाया जाता है ।
सेवा - अपनों से बड़ों की टहल
शुश्रुषा - रोगियों और दीन दुखियों की सेवा
साधारण - जिसमें कोई विशेषता नहीं हो
सामान्य - जो बात अधिकांश लोगों , वस्तुओं में पाई जाए । तेज मिर्च खाना इधर के लोगों के सामान्य बात है ।
स्वतंत्रता - व्यक्ति अथवा देश दोनों की आजादी, मुक्ति के अर्थ में प्रयुक्त होता है। उसे कार्य करने की पूरी स्वतंत्रता है।
स्वाधीनता - किसी देश की स्वतंत्रता के संदर्भ में काम में आता है
सम्राट - राजाओं का राजा
राजा - एक साधारण भूपति
सभ्यता - रहन-सहन के स्तर से संबंधित विकास
संस्कृति - मनुष्य का वैचारिक विकास
सर्जन / सृजन - किसी नवीन मौलिक कलात्मक वस्तु साहित्य स्थिति का निर्माण
उत्पादन - किसी स्थूल वस्तु का निर्माण जिसमें मौलिकता नवीनता की आवश्यकता नहीं होती है तथा उत्पादक के व्यक्तित्व की छाप भी नहीं होती ।
समर्पण - सौपना, भेंट करना अपने आप को किसी के हवाले करना
त्याग - अपनी किसी प्रिय वस्तु, समय, , जीवन आदि को दूसरों के लिए छोड़ देना
समय - काल विशेष
अवधी - समय का निश्चित भाग, मयाद
स्पर्धा - किसी से अधिक उन्नत करने की इच्छा
प्रतियोगिता - किसी भी क्षेत्र में श्रेष्ठता प्राप्त करने के लिए आयोजित परीक्षा
सहानुभूति - दूसरे के दुख को समझना और मदद करने की भावना रखना
सह -अनुभूति - दूसरे की किसी भी अनुभूति को महसूस करना
संवेदना - दूसरे की दुख पर दुख प्रकट करना
संदेह - अनिश्चित ज्ञान
संशय - विश्वास का अभाव
भ्रांति - किसी मिथ्या वस्तु में सत्य वस्तु का आरोपण
सहयोग - दोनों पक्षों द्वारा परस्पर एक दूसरे के कार्य में योगदान
सहायता - एक पक्ष द्वारा दूसरे पक्ष की मदद
पौराणिक - पुराण साहित्य से संबंधित जो नवीन नए हो
प्राचीन - बहुत पुराना हजारों वर्ष पूर्व का
प्रज्ञा - अंतर्दृष्टि से संपन्न बुद्धि
प्रतिभा - प्रकृति से ही प्राप्त योग्यता या क्षमता
घृणा - बुरे, अरुचिकर एवं अवांछित विषयों के प्रति होने वाली दुखात्मक अनुभूति
क्रोध - रुचिकर एवं प्रतिकूल विषयों को नष्ट करने की प्रवृत्ति
वैर - लंबी अवधि तक मन में रहने वाला क्रोध
पारिश्रमिक - किसी निश्चित श्रम के बदले दी जाने वाली राशि
वेतन - किसी की सेवा के बदले दी जाने वाली राशि
क्षमता - कार्य करने की शक्ति सामर्थ्य
योग्यता - किसी कार्य को संपन्न करने का गुण
लज्जा - अपने किसी बुरे आचरण के कारण मन में उत्पन्न संकोच
गलानी - अपने किसी अनुचित कार्य पर उत्पन्न दुख, जिसमें व्यक्ति अपनी स्वयं की नजरों में ही गिर जाता है
संकोच - किसी काम के करने में हिचकना
प्रगति - किसी कार्य की बढ़त,तरक्की
उन्नति - किसी व्यक्ति विशेष की तरक्की, बढ़त
नूतन - हाल का ताजा
नवीन - नया जो पहले देखा सुना न गया हो
उपस्थित - मनुष्यों की
विद्यमानता - वस्तुओं की
उपहास - किसी की हंसी उड़ाना किसी व्यवहार से मजाक उड़ाना
व्यंग्य - किसी चुभने वाली तथा अन्य अर्थ देने वाली अभिव्यक्ति से उपवास करना
कविता - किसी कवि की एक छोटी काव्य रचना
काव्य - किसी कवि की समस्त कविताएं
कारण - जिस से कार्य होता हो
हेतु - जिस उद्देश्य से कार्य किया जाए
काल - उसने अपने संपूर्ण जीवन काल में हार नहीं मानी
युग - यह विज्ञान और तकनीकी का युग है
समय - समय बहुत खराब चल रहा है
खाल - किसी पशु की कच्ची चमड़ी
चमड़ा - खाल को साफ करके चमड़ा बनता है
ठोकर - पैर से लगाई जाती है
धक्का - हाथ और कंधे से दिया जाता है
टक्कर - किसी वाहन आदि से टक्कर लगाई जाती है
तट - नदी या समुद्र का किनारा
किनारा - जली या थल का छोर, किसी वस्तु का सिर
तृप्ति - किसी वस्तु के भोग से प्राप्त आनंद
संतोष - किसी वस्तु को प्राप्त कर पर्याप्तता का भान
नाप - लंबाई चौड़ाई से नापना
माप- वजन या आकार में मापना
शक्ति - अब बुढ़ापे में हाथ पांव में शक्ति कहां है ?
बल - सहारा सामर्थ्य
विकास - व्यक्ति समाज का विकास
विस्तार - सीमा का विस्तार, राज्य का विस्तार
पवन - कभी धीरे कभी तेज चलने वाली हवा
समीर - शीतल और धीरे चलने वाली हवा
बयार - शीतल, मंद , सुंगधित हवा
साथ - यात्रा में किसी ने किसी का साथ हो ही जाता है
संगति - अच्छे लोगों की संगति करनी चाहिए
साधन - घर आने के लिए कोई साधन नहीं मिला
माध्यम - अपना निर्णय राजेश के माध्यम से पहुंचा दूंगा
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