सर्वेनाम
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सर्व + नाम
सभी संज्ञा
परिभाषा :- संज्ञा के स्थान पर प्रयुक्त होने वाले शब्द सर्वनाम कहलाते हैं अर्थात् किसी वाक्य में एक ही शब्द कि पुनरावृत्ति न हो इसके लिए संज्ञा के स्थान पर जिन शब्दों का प्रयोग किया जाता है, उन्हें सर्वनाम कहते हैं
जैसे -
> रमेश दिल्ली रहता है,वह वहां नौकरी करता है।
इस वाक्य में रमेश के स्थान पर दूसरे वाक्य में वह सर्वनाम आया है और पहले वाक्य के दिल्ली के स्थान पर दूसरे वाक्य में वहां सर्वनाम आया है।
> राजेश विदेश रहता है, वह वहां नौकरी करता है।
राजेश के लिए सर्वनाम वह, विदेश के लिए सर्वनाम वहां ।
सर्वनाम के भेद - छह
1.पुरुषवाचक सर्वनाम
2.निश्चयवाचक सर्वनाम
3.अनिश्चयवाचक सर्वनाम
4.संबंधवाचक सर्वनाम
5.प्रश्नवाचक सर्वनाम
6.निजवाचक सर्वनाम
1.पुरुषवाचक सर्वनाम -
वह सर्वनाम शब्द है जिनका प्रयोग बोलने वाला व्यक्ति अपने लिए, सुनने वाले के लिए या किसी अन्य के लिए प्रयोग करता है, पुरुषवाचक सर्वनाम कहलाता है।
पुरुषवाचक सर्वनाम के भेद या प्रकार - तीन
A. उत्तम पुरुषवाचक सर्वनाम
B. मध्यम पुरुषवाचक सर्वनाम
C. अन्य पुरुषवाचक सर्वनाम
A.उत्तम पुरुषवाचक सर्वनाम
वे सर्वनाम शब्द जिनका प्रयोग बोलने वाला वक्ता अपने लिए करता है उत्तम पुरुषवाचक सर्वनाम कहलाते हैं।
जैसे-
मैं, मुझे ,मेरा ,मुझको - एकवचन
हम ,हमें ,हमारा ,हमको - बहुवचन
उदाहरण -
मैं आप सभी का बहुत सम्मान करता हूँ।
हम अपने माता-पिता का सम्मान करेंगे।
मुझे आप बहुत प्यारे लगते हैं।
हमें सभी का आदर करना चाहिए।
B. मध्यम पुरुषवाचक सर्वनाम -
वे सर्वनाम शब्द जिनका प्रयोग बोलने वाला व्यक्ति सुनने वाले अर्थात् सामने वाले व्यक्ति के लिए प्रयोग करता है मध्यम पुरुषवाचक सर्वनाम कहलाता है।
जैसे -
तू ,तुझे ,तेरा, तुझको
तुम्हें ,तुम्हें ,तुम्हारा ,तुमको
आप ,अपने ,आपको, अपना
अपनी, आपका ,आपकी
उदाहरण -
तू कैसा है।
तुम्हें कोई बुला रहा है।
तुम्हारा पुराना मित्र आया है।
तुम बहुत मेहनती हो।
तुझे बहुत मेहनत करनी है।
आप सभी जल्दी से नौकरी लग जाओ।
C. अन्य पुरुषवाचक सर्वनाम
सर्वनाम शब्दों का प्रयोग बोलने वाले व्यक्ति और सुनने वाला व्यक्ति किसी अन्य प्राणी के लिए प्रयोग करता है अन्य पुरुषवाचक सर्वनाम कहलाता है। अर्थात दो आपस में किसी तीसरे की बात कर रहे हो।
जैसे:-
यह, वह, यह, वह, आप( किसी अन्य का परिचय देते हुए)
उदाहरण -
यह मेरा भाई है।
वह तुम्हारी बहन है।
यह मेरे मित्रगण है।(नजदीक में)
वे तुम्हारे बच्चे है। (दूर में)
पटेल जी लोह पुरुष कहलाते हैं,आप देश की एकता के सूत्रधार है।(किसी मंच वगैरह पर)
2. निश्चयवाचक सर्वनाम :-
सर्वनाम शब्द जो किसी निश्चित वस्तु का बोध कराती है निश्चयवाचक सर्वनाम कहलाते हैं।
जैसे:-
यह,वह,ये, वे,
यह मेरी गाड़ी है।
वह तुम्हारी कार है।
ये हमारी कुर्सियां है।
वे तुम्हारे पंखे हैं।
3. अनिश्चयवाचक सर्वनाम :-
कोई कुछ किसी वे सर्वनाम शब्द है जो किसी निश्चित व्यक्ति या वस्तु का बोध कराते हैं अनिश्चयवाचक सर्वनाम कहलाते हैं।
जैसे :- कोई,कुछ,किसी
बाहर कोई बैठा है।
चाय में कुछ गिरा है।
घंटी बजी कोई आया है।
यह किसी का पेन है।
वह किसी की पुस्तक है।
यह किसी की गाय हैं।
थैले में कुछ सामान है।
4. संबंधवाचक सर्वनाम :-
वे सर्वनाम शब्द है जो दोषियों के बीच स्पष्ट संबंध का बोध कराते हैं संबंधवाचक सर्वनाम कहलाते हैं।
जैसे :- जो-सो /वह ,जिसकी -उसकी, जैसी- वैसी, जितना- उतना
जो पढ़ेगा वह पास होगा।
जैसी करनी वैसी भरनी।
जिसकी लाठी उसकी भैंस।
जितना गुड़ डालोगे उतना मीठा होगा।
जैसा बोओगे वैसा काटोगे।
जो करेगा वो भरेगा।
उपर्युक्त वाक्यों में जो,जैसी,जिसकी,जितना,जैसा इत्यादि संबंधवाचक है और वह,वैसी,उसकी,उतना,वैसा इत्यादि सह संबंधवाचक है।
5. प्रश्नवाचक सर्वनाम :-
वे सर्वनाम शब्द जो किसी प्रश्न के करने या होने का बोध कराते हैं प्रश्नवाचक सर्वनाम कहलाते हैं।
जैसे :-
क्या, कब ,कहां ,कैसे ,क्यों ,कितना ,कितनी ,कितनी, किसका ,किसकी ,किसके इत्यादि।
आप सभी की तैयारी कैसे चल रही है?
तुम सभी अपने लक्ष्य पर ध्यान क्यों नहीं देते?
मैं तुम्हें कब नहीं बोलता/ बुलाता?
आप जयपुर में कहां रहते हो?
तुम प्रातः कितने बजे घूमने जाते हो?
सीता कब से गाना गा रही है?
6. निजवाचक सर्वनाम :-
वे सर्वनाम शब्द जिसका प्रयोग किसी व्यक्ति के द्वारा स्वयं कार्य करने का बोध कराता है निजवाचक सर्वनाम कहलाते हैं।
जैसे :-
स्वयं ,खुद , स्वतः,आप ,अपने-आप
वह अपना खाना स्वयं पकाता है।
मैं अपना ग्रह कार्य स्वयं करता हूंँ।
वह अपने आप चला गया।
तुम सब से चले जाना।
वह आप आ जाएगा।
विशेष :-
1. आप शब्द का प्रयोग तीन सर्वनामा में किया जाता है -
A. मध्यम पुरुषवाचक सर्वनाम के रूप में -
मोहन आप कहां जा रहे हो
B. अन्य पुरुषवाचक सर्वनाम के रूप में-
जब हम किसी व्यक्ति का परिचय करा रहे हो -
> गांधी जी राष्ट्रपिता कहलाते हैं आप सत्य और अहिंसा के
पुजारी थे।
> इनसे मिलिए आपका लिया है।
C. निजवाचक सर्वनाम के रूप में -
मैं अपनी पुस्तक आप ही लिखता हूं
2. वह शब्द का प्रयोग चार स्थानों पर किया जाता है-
A. अन्य पुरुषवाचक सर्वनाम के रूप में -( व्यक्ति के लिए)
वह मेरी बहन है।
वह तुम्हारा भाई है।
B. निश्चयवाचक सर्वनाम के रूप में - ( वस्तु के लिए)
मेरी पुस्तक है।
वह तुम्हारी कार है।
C. सहसंबंध सर्वनाम के रूप में -
जो विद्वान होता है, वह सभी जगह आदर पाता है।
D. सार्वनामिक विशेषण के रूप में -
वह पुस्तक मेरी है।
वह गाड़ी तुम्हारी है।
सार्वनामिक
अर्थात जिस संज्ञा के लिए सर्वनाम का प्रयोग किया जाता है वह सार्वनामिक विशेषण कहलाते हैं।
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