संज्ञा
सम + ज्ञा
समान जानना
परिभाषा :- किसी व्यक्ति वस्तु और स्थान इत्यादि के नाम उनकी जाति अथवा किसी भाव के अर्थ का बोध कराने वाले शब्द संज्ञा कहलाते हैं।
जैसे -
राम, जयपुर ,गाय ,पशु ,बुढ़ापा आदि।
संज्ञा के प्रकार /भेद - तीन
1. व्यक्तिवाचक संज्ञा
2. जातिवाचक संज्ञा
3. भाववाचक संज्ञा
1. व्यक्तिवाचक संज्ञा -
किसी व्यक्ति वस्तु और स्थान इत्यादि के नाम का बोध कराने वाले शब्द व्यक्तिवाचक संज्ञा कहलाते हैं
जैसे -
व्यक्तियों के नाम - मोहन,चौहान,सीता,गीता
वस्तुओं के नाम - उषा पंखा,गोदान पुस्तक,एचपी लैपटॉप,एचएमटी घड़ी,वोल्टास एसी,सेलो कुर्सी इत्यादि
स्थानों के नाम - ऑस्ट्रेलिया,जापान, जयपुर,जोधपुर, अजय ई- मित्र,अरावली पर्वत,गंगा इत्यादि
नोट :- व्यक्तिवाचक संज्ञा का प्रयोग हमेशा एकवचन में किया जाता है ऐसी एकवचन में जिसका बहुवचन नहीं बनाया जा सकता है।
व्यक्तिवाचक संज्ञा की विशेषताएं -
A. यह दुनिया में एक ही होती है।
B. हम पहले से जानने के आधार पर ही इसे पहचान सकते हैं।
2. जातिवाचक संज्ञा -
किसी पुरानी वस्तु और स्थान इत्यादि की पूरी जाति या वर्ग का बोध कराने वाले शब्द जातिवाचक संज्ञा शब्द कहलाते हैं।
जैसे -
प्राणी:- मनुष्य,पशु,पुरुष,लड़का,लड़की,गाय, भैंस,बकरी, घोड़ा,तोता,कबूतर, भीड़,बिल्ली इत्यादि
वस्तु :- टीवी पंखा कूलर फ्रिज एसी मोबाइल लैपटॉप फैन पुस्तक चला मेज कुर्सी गाड़ी त्यागी
स्थान:- देश,विदेश,शहर,गांव,विद्यालय,तहसील,ई-मित्र, दुकान,राज्य ,नदी,झील,पहाड़ इत्यादि
नोट :- जातिवाचक संज्ञा का प्रयोग हमेशा बहुवचन में किया जाता है अर्थात ऐसी एकवचन में किया जाता है जिसका बहुवचन रूप बन सके
> जातिवाचक संज्ञा के भेद/ प्रकार - दो
a. द्रव्यवाची जातिवाचक संज्ञा
b. समुदाय/समूहवाची जातिवाचक संज्ञा
a. द्रव्यवाची जातिवाचक संज्ञा
वे संज्ञा शब्द है जो किसी द्रव्य पदार्थ का बोध कराते हैं धन्यवाद चाहिए जातिवाचक संज्ञा शब्द कहलाते हैं।
जैसे -
सोना,चांदी,लोहा,पीतल,दूध,घी,पत्थर,कोयला इत्यादि
b. समुदाय /समूहवाची जातिवाचक संज्ञा -
वे संज्ञा शब्द जो किस समुदाय या समूह का बोध कराते हैं समुदाय समूहवाची जातिवाचक संज्ञा कहलाते हैं ।
जैसे -
सभा,सेना,पुलिस,सम्मेलन,गिरोह,जत्था,गोष्टी,टीम,दल, लोग, वर्ग,गुच्छा,टोली,ढेर, कुंज, गट्ठर,आगार( डिपो) इत्यादि
3. भाववाचक संज्ञा -
वे संज्ञा शब्द जो किसी भाव,अवस्था,गुण,दोष,आकार, स्वभाव,दशा,दिशा इत्यादि के अर्थ का बोध कराते हैं भाववाचक संज्ञा शब्द कहलाते हैं।
जैसे -
अमीरी,गरीबी,बुढ़ापा,जवानी,बचपन,सुख,दु:ख,प्रार्थना, प्रेम,प्यार,स्नेह,वात्सल्य,भलाई,बुराई इत्यादि
संज्ञा की पहचान के विशेष नियम
1. व्यक्तिवाचक संज्ञा का कोई शब्द है जरूरत नहीं है साथ अन्य नाम का बोध कराता हो तो उस अन्य नाम में जातिवाचक संज्ञा होती है।
जैसे -
> सीमा हमारी घर की लक्ष्मी है।
( सीमा व्यक्तिवाचक संज्ञा लक्ष्मी जातिवाचक संज्ञा)
> राजकुमारी तो पूरी गंगा है।
( राजकुमारी व्यक्तिवाचक संज्ञा, गंगा जातिवाचक संज्ञा)
> प्रभुदेवा को भारत का माइकल जैकसन कहा जाता है।
( प्रभु देवा व्यक्तिवाचक ,माइकल जैक्सन जातिवाचक संज्ञा)
> कालिदास को भारत का शेक्सपियर कहा जाता है। (कालिदास व्यक्तिवाचक संज्ञा, शेक्सपियर जातिवाचक संज्ञा)
2. जातिवाचक संज्ञा का कोई शब्द है जब किसी व्यक्ति विशेष के अर्थ में रूढ़ हो जाए तो वहां व्यक्तिवाचक संज्ञा होती है।
जैसे -
गांधी - गांधी जी सत्य और अहिंसा के पुजारी थे।
पटेल - पटेल जी देश की एकता के सूत्रधार हैं।
मोदी - मोदी जी ने विदेशों में भारत को अलग पहचान दिलाई।
3. भाववाचक संज्ञा और विशेषण का प्रयोग हमेशा एकवचन में किया जाता है जैसे ही इनको बहुवचन में प्रयोग किया जाता है जातिवाद वाचक संज्ञा का रूप धारण कर लेते हैं।
जैसे -
उस पर दु:खों का पहाड़ टूट पड़ा ।
बड़ों का सम्मान करना चाहि।
शहर में आजकल चोरियां बहुत हो रही है।
गरीबों की मदद करनी चाहिए।
अब तो नजदीकियां भी दूरियां बन गई है
भाववाचक संज्ञा का निर्माण निम्नलिखित से किया जाता
है -
जातिवाचक संज्ञा से भाववाचक संज्ञा
पशु - पशुत्व /पशुता
मनुष्य - मनुष्यता
मित्र - मित्रता
मानव - मानवता
प्रभु - प्रभुता /प्रभुत्व
दास - दासता
बालक - बालकपन
बच्चा - बचपन
सर्वनाम से भाववाचक संज्ञा
अपना - अपनापन
पराया - परायापन
निज - निजता
सर्वे - सर्वस्व
मम - ममता/ ममता
विशेषण से भाववाचक संज्ञा
अच्छा - अच्छाई बुरा - बुराई
बुड्ढा - बुढ़ापा जवान - जवानी
शीत - शीतलता खट्टा - खटास
सरल - सरलता सुंदर - सुंदरता/सौंदर्य
मधुर - मधुरता छोटा - छुटपन
अमीर - अमीरी गरीबी - गरीबी
मीठा - मीठास तीखा - तीखापन
क्रिया से भाववाचक संज्ञा
पढ़ना - पढ़ाई लड़ना - लड़ाई
हंसना - हंसी दौड़ना - दौड़ ,
जीतना - जीत घूमना - घुमाई
पूजन - पुजन रोना - रुलाई
सिलना - सिलाई खोजना - खोज
खेलना - खेल मुस्कुराना - मुस्कुराहट
लिखना - लेख नाचना - नाच
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